EVIL EYE (नजर सुरक्षा) BRACELET
- Evil Eye Bracelet is a protective and spiritually charged accessory designed to guard the wearer against the evil eye (nazar), negative energies, and harmful intentions.
- This bracelet features the ancient symbol of the “evil eye”, believed across cultures to deflect jealousy, envy, and psychic attacks, restoring emotional balance.
- Wearing the Evil Eye Bracelet helps create an energetic shield around the body, bringing mental peace, good luck, and positivity into one’s life.
- It is especially useful for those who are highly sensitive to energy, often feel drained, or experience frequent emotional mood swings.
- The bracelet also enhances self-confidence, wards off anxiety, and supports protection in public spaces, during travel, or in the presence of negative people.
नजर सुरक्षा ब्रेसलेट (ईविल आई ब्रेसलेट)
- नजर सुरक्षा ब्रेसलेट एक आध्यात्मिक और शक्तिशाली रक्षात्मक आभूषण है, जिसे पहनने से व्यक्ति बुरी नजर, ईर्ष्या और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षित रहता है।
- इस ब्रेसलेट में प्राचीन ईविल आई (नजर दोष से रक्षा करने वाला प्रतीक) होता है, जो विभिन्न संस्कृतियों में ईर्ष्या, द्वेष और मानसिक आक्रमणों से सुरक्षा के लिए माना जाता है।
- ईविल आई ब्रेसलेट पहनने से एक ऊर्जात्मक कवच बनता है जो मानसिक शांति, सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करता है।
- यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो ऊर्जा के प्रति संवेदनशील होते हैं, जिन्हें बार-बार थकावट या मनोभावों में उतार-चढ़ाव महसूस होता है।
- यह ब्रेसलेट आत्मविश्वास बढ़ाने, चिंता कम करने और सार्वजनिक स्थानों या यात्रा के दौरान ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने में भी सहायक होता है।
मूल मंत्र
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।
(या)
ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा।
प्रमुख रत्न/प्रतीक : ईविल आई मोती, काला हकीक, या नीले क्रिस्टल
धारण विधि : मंगलवार, शनिवार या पूर्णिमा के दिन प्रातः स्नान कर साफ वस्त्र पहनें। ब्रेसलेट को गंगाजल से शुद्ध करें, धूप दिखाकर ऊपर दिए मंत्र का जाप करते हुए धारण करें।
मंत्र :
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।
श्लोक
दृष्टिदोषविनाशाय सर्वरोगनिवारणम्।
मंगलं सर्वलोकस्य भवेदेषा सुरार्चिता।।
– तंत्र शास्त्र
इस श्लोक में बताया गया है कि नजर दोष और रोगों की निवारण के लिए यह रक्षात्मक उपाय अत्यंत प्रभावशाली होता है और जीवन में मंगलता प्रदान करता है।
Reviews
There are no reviews yet